True Horror story (रहस्यमय घटना) Hindi for kids(2021) - Exomations

 

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Horror Story in Hindi for Kids

आज दोस्तों मैं आपको एक अजीब घटना के बारे में बताऊंगा| जिसमें एक लड़के के साथ कुछ ऐसा हुआ कि उसकी जिंदगी ही बदल गई|  वह रात उसके लिए भयानक साबित हुई| यह जानने के लिए  कहानी को अंत तक  पढ़िए|  आशा है आपको मेरी यह कहानी  पसंद आएगी|


रहस्यमय घटना

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दोस्तों यह एक सच्ची घटना है| मुंबई में एक मशहूर मेंटल हॉस्पिटल है|  उस हॉस्पिटल में कई सारे मानसिक लोग तथा मंदबुद्धि के लोग रहते हैं| जब मुझे पता चला कि उस हॉस्पिटल में एक ऐसा भी व्यक्ति रहता है जिसके साथ एक खौफनाक घटना घटी और उसके बाद वह व्यक्ति पागल हो गया| वह अजीब- अजीब तरह की हरकतें करने लगा| मैं तुरंत ही मुंबई की ओर रवाना हो गया और मैं वहां उस व्यक्ति से मिला| 


उस व्यक्ति का नाम मोहन था| वह एक नौजवान लड़का था| मैं उससे मिलने तो गया लेकिन वह बात करने की स्थिति में नहीं था| उसका व्यवहार कुछ अजीब- सा था और वह अपना संतुलन खो बैठा था| मुझे पता चल गया था कि मोहन की हालत कुछ ठीक नहीं है तो मैंने मोहन के परिवार वालों का पता  लिया और उनसे मिलने के लिए रवाना हो गया|


 मोहन  का घर अस्पताल से ज्यादा दूर नहीं था| जब मैं मोहन के घर पहुंचा तो उसके परिवार वालों ने मुझे कुछ भी बताने से इंकार कर दिया| लेकिन जब मैंने उन्हें अपने बारे में बताया तब जाकर उन्हें मुझ पर यकीन हुआ मोहन के पिता ने मुझे एक कमरे के अंदर आने को कहा| मोहन के पिता का नाम हरेंद्र था| मोहन उनका इकलौता बेटा था और मोहन की माता का नाम कोमल था| मोहन उनका इकलौता बेटा था इसलिए वे एक-एक  बात भावुक होकर बता रहे थे| 


मोहन के पिता ने बताया कि, यह बात करीब 3 साल पहले की बात है| रात को जब मोहन घर आया तो उसके कपड़े फटे हुए थे| साथ ही उसके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था और वह काफी सहमा हुआ था| मैं भी उसे देखकर काफी घबरा गया था|  मैंने जब मोहन से पूछा तो उसने मुझसे कहा कुछ नहीं मैं तो ठीक हूं| बस चलते - चलते रास्ते में गिर गया था और मुझे कहीं भी चोट नहीं लगी आप खुद भी देख सकते हैं मैं ठीक हूं और यह कह कर वह अपने कमरे की ओर चला गया और रात को उसने कुछ खाया पिया भी नहीं| वह ऐसे ही जाकर  अपने कमरे में सो गया|


मैं भी खाने के लिए उसे जगाने नहीं गया| मैंने सोचा कि वह थक गया है और इसलिए सोया हुआ है इसलिए मुझे इसे  जगाना नहीं चाहिए| यह सोचकर मैं भी अपने कमरे में सोने के लिए चला गया| अचानक मेरी नींद आधी रात में खुल गई  मैंने सोचा कि अगर मैं जाग गया हूं तो मोहन को भी देखा  लेता हूं कि वह सोया कि नहीं मैं मोहन  के कमरे की ओर चला गया|


जब मैंने देखा कि मोहन के कमरे का दरवाज़ा खुला हुआ है तो मैं छिपकर कमरे के अंदर देखने लगा|

कमरे के अंदर जब मैंने देखा तो पाया कि मोहन सोया हुआ नहीं है और वह सिर्फ अपने बिस्तर पर बैठा हुआ है| मैंने देखा कि मोहन के हाथ में एक पानी का गिलास था और वह उस पानी को अपने हाथों पर गिरा रहा था| मुझे थोड़ा अजीब लगा लेकिन उसके बाद जो मैंने देखा तो मेरे होश उड़ गए|  मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं  हो रहा था कि मैं यह क्या देख रहा हूं? मैंने देखा कि मोहन अचानक  अपना  सिर  दीवारों पर पटकने लगा और तेज- तेज चिल्लाने लगा| 


मैं तुरंत कमरे के अंदर गया और मोहन को संभालना चाहा लेकिन वह मुझ पर प्रहार करने लगा| तब तक मोहन की मां कोमल भी आवाज़ सुनकर कमरे में आ गई थी| मैंने सारी बात कोमल को बताई और कोमल जैसे ही मोहन को रोकने के लिए उसके पास गई तो मोहन अपनी मां पर भी प्रहार करने लगा| वह कुछ  अजीब तरह की आवाज़े निकालने लगा| मैं तुरंत कमरे से बाहर जाकर कुछ लोगों को जगाया और रात को ही मोहन को लेकर हॉस्पिटल चला गया| वहां  के डॉक्टर ने बताया कि उसका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है फिलहाल में कुछ दवाइयाँ दे देता हूं लेकिन आपको इन्हें किसी मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती करवाना  होगा|


मोहन को मुंबई के मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कर आए हुए 3 साल गुजर गए लेकिन अभी तक उसमें कोई भी सुधार नहीं आया| एक पल के लिए तो मैंने सोचा कि उसे घर पर वापस ले आओ लेकिन फिर यह सोचकर रुक जाता हूं कि कहीं वह घर आकर कुछ उल्टा सीधा कर अपनी जान ना ले ले| कम से कम वहां जीवित तो है| एक दिन  वह ठीक होकर  जरूर सारी बातें बताएगा कि उसके साथ उस रात क्या हुआ था? आज तक कभी मोहन  ने ऐसा नहीं किया था| आखिर क्या हुआ था उस रात मोहन के साथ यह तो मोहन के ठीक होने के बाद ही पता चल पाएगा|


 सारी बात जानकर मैं अपने घर के लिए रवाना हो गया लेकिन यह बात मेरे दिमाग में अभी भी घूम रही है कि आखिर मोहन के साथ ऐसा क्या हुआ था? उसने ऐसा क्या देख लिया था जिससे वह पागल हो गया| उस रात को उसके साथ क्या हुआ था|..... यह सारी बातें एक रहस्य की तरह मेरे मस्तिष्क में घूम रही है|

यह  कहानी भी  पढ़िए👉  [ सुनसान जंगल ]


आशा है आपको  यह घटना अच्छी लगी होगी| यह  एक सच्ची घटना पर आधारित है|अगर आप इसका अगला भाग पढ़ना चाहते हैं तो comment करके बताइए| मैं जल्द  ही इसका अगला बाद लाने की कोशिश करुंगा| अगर आप horror stories, moral stories in Hindi and English पढ़ना चाहते हैं तो  मेरी website exomations.blogspot.com पर पढ़ सकते है| 😊





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