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Horror Short Story in Hindi
कुएँ का रहस्य
Real horror short story in hindi
दोस्तों! यह कहानी उस समय की है जब लोगों के पास मोबाइल फोन से लेकर यातायात के भी साधन नहीं हुआ करते थे| उसी समय राजस्थान के एक छोटे से गांव राजावास में जो घटना घटना घटी वह काफी डरावनी थी|
लोग कहते हैं कि उस समय राजावास के लोग भूत-प्रेतों संबंधी बातों में विश्वास रखते थे| लेकिन अब तक समझ नहीं पाए कि उनका वह अंधविश्वास था या विश्वास पर एक दिन अचानक कुछ ऐसा हुआ जो काफी अलग था और उसने हर एक व्यक्ति को चिंतन करने को मजबूर कर दिया| उस समय राजावास के गांव में पानी की इतनी व्यवस्था नहीं थी जितनी अब है|
वहां के लोग पानी लेने के लिए कुएँ एवं तालाब के पास जाते थे| यही कारण था कि राजावास मे कुएँ के पास हमेशा भीड़ इकट्ठा रहती थी| राजावास गांव से 3 किलोमीटर दूर एक स्कूल था जहां राजावास के बच्चे स्कूल जाया करते थे| वे एक सुनसान रास्ते से गुजर कर आया-जाया करते थे|
उसी रास्ते में एक बहुत बड़ा पेड़ था| यह पेड़ राजावास और स्कूल के बीच में था| जब गर्मी का समय आता था तो बच्चे स्कूल में जाते और आते समय उस पेड़ से आम तोड़ कर खाया करते थे| सब कुछ ठीक चल रहा था पर अचानक एक दिन गांव में कुएँ का पानी सूख गया केवल एक ही कुए का पानी नहीं सुखा बल्कि गांव में जितने भी कुएँ थे उन सब का पानी सूख गया|
यह देखकर गांव वाले काफी परेशान हो गए थे| गांव वाले समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर यह सब कैसे हुआ होगा| राजावास गांव में अचानक इतनी गर्मी पड़ी लेकिन कभी भी कुवे का पानी इस तरह से नहीं सूखा था| लेकिन आज ऐसे कैसे हो गया| उसी दिन गांव में एक पंचायत रखी गई उस पंचायत में गांव के हर लोग आए थे उन्होंने इस बात पर चर्चा की| (most horror short story in hindi)
गांव वालों ने पंचायत में नए कुएँ खुलवाने के बारे में सोचा लेकिन गांव के सरपंच ने इस बात से मना कर दिया| सरपंच ने कहा कि बार-बार कुएँ नहीं खुदवाये जाएंगे मैं गांव में 12 या 13 चापाकल गढ़वा दूँगा किसे पता कि कुए का पानी फिर से सूख जाए इससे बेहतर है कि चापाकल(हैंडपंप) ही लगवा दिया जाए|
हैंडपंप लगवाने में कम से काम 2 महीने लग गए| तब तक गांव वालों ने तालाब से पानी पिया और उसी से अपना काम चला लिया|क्योंकि तालाब का पानी पूरी तरह से सूखा गया था दो महीने बाद जब चापाकल गांव में लगे तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली लेकिन आगे जो उनके साथ जो होने वाला था उसके बारे में गांव वालों ने सोचा भी नहीं होगा|
उसके बच्चे समय कुछ बच्चे घर जाते थे तो कुछ आम के पेड़ से आम तोड़ने लग जाते थे| एक दिन 3 बच्चे उस आम के पेड़ से आम तोड़ने के लिए थे| वह बच्चे जब समय से अपने घर नहीं आए तो उनके माता-पिता को उनकी चिंता होने लगी| वे सोचने लगे आखिर वे कहां चले गए आज तक कभी किसी बच्चे के साथ ऐसा नहीं हुआ था| उनके माता पिता और गांव वाले उन्हें ढूंढने के लिए चले गए पर उन्हें वे कहीं भी दिखाई नहीं दिए|
उन 3 बच्चों के दोस्तों ने बताया कि वे उस आम के पेड़ के पास आम तोड़ने गए थे| गांव वाले यह सुनकर जल्दी से जल्दी उस आम के पेड़ के पास पहुंचे| जब गांव वाले उस आम के पेड़ के पास पहुंचे तो वह पेड़ जो हरा- भरा था वह अब हरा-भरा नहीं था| वह थोड़ा मुरझा गया था और जब गांव वालों ने उस पेड़ की दूसरी तरफ देखा तो वह लापता 3 बच्चे मरे पड़े हुए थे|
गांव वाले यह देखकर हैरान हो गए उन तीन बच्चों के शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं थे| गांव वालों को शायद इस बात ने हैरानी में डाल दिया| उन्हें लगा शायद किसी कीड़े ने काट लिया जिसकी वजह से जहर के कारण इनकी मौत हो गई| बाद में गांव वालों ने उस आम के पेड़ को अशुद्ध मान कर वहां से आम तोड़ने के लिए बाकी बच्चों को मना कर दिया और उन्हें कहा कि अब कोई भी बच्चा इस पेड़ को छुए का तक नहीं|
इस घटना के 5 दिन बाद जो बच्चे बच गए थे वे अपने स्कूल से घर लौट रहे थे तो उन्हें ऐसा महसूस हो रहा था कि कोई चुड़ैल या भूत उन्हें अपनी और बुला रहे हैं| स्कूल जाने वाले एक नहीं सारे बच्चों ने ऐसा महसूस किया उन्हें किसी की आवाज़ सुनाई देती थी जो उन्हें अपने पास बुला रही हो है और चिल्ला रही है|
इस बात को जब बच्चों ने घर आकर अपने माता-पिता से कहीं तो उन्हें उन पर विश्वास नहीं हुआ| उन्हें लगा कि यह बच्चों का वहम है इसलिए उन्होंने उनकी बात को नज़रअंदाज़ कर दिया| कुछ दिनों के बाद गांव के सभी बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी| वे अजीब-अजीब तरह की हरकतें करने लगे और उनके शरीर पर नाखून के निशान भी दिखने लगे थे|
यह घटना एक ही बच्चे के साथ नहीं बल्कि सारे बच्चों के साथ घटी| उस स्कूल को तकरीबन 3 महीने के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया क्योंकि उन्हें लगा कि स्कूल जाने के कारण यह सब हो रहा है| बच्चे कुछ ना कुछ बुध बुडाते रहते थे| यह बात उनके माता-पिता को अजीब लगी| उन्हें देखकर ऐसा लगता था कि वह किसी से बात कर रहे हो लेकिन वह सिर्फ बच्चों को ही दिखाई दे रहे है|
गांव वालों को समझ आ गया था कि हो ना हो यह सब उसी आम के पेड़ की वजह से हो रहा है| सारे गांव वालों ने उस पेड़ को काटने का निर्णय किया और उसे काटने के लिए चले गए जैसे ही वे उस पेड़ को काटना शुरु कर रहे थे तो उनको अजीब -अजीब आवाज़ सुनाई देने लगी| लेकिन उन्होंने उस आवाज़ को नज़रअंदाज़ करके पेड़ काटने लगे|
काफी मशक्कत के बाद गांव वालों ने उस पेड़ को आखिरकार गिरा ही दिया| हरा-भरा पेड़ के गिरते ही वह पेड़ तुरंत सूख गया| यह देखकर गांव वालों को हैरानी हुई| जब उन्होंने देखा कि पेड़ के नीचे बहुत सारे कंकाल पड़े हुए थे तो वे हैरान हो गए| गांव- वालों ने उन कंकालों को वहां से हटाकर उन्हें जला दिया और उस पेड़ को भी|
अब गांव वाले समझ चुके थे कि इस पेड़ पर भूत का वास रहता था| इस पेड़ की जड़ ही सारे कुएँ तक फैली हुई थी| यह सारे कुएँ से पानी लेकर हर-भरा रहता था लेकिन जब इसको काट दिया तो वह सूख गया| इस घटना के बाद गांव के सभी बच्चों की तबियत सुधरने लगी थी लेकिन वह बच्चे ना कभी ना कभी उस पेड़ के सपने देख ही लेते हैं| सचमुच यह एक विचित्र घटना है|
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तो दोस्तों! कैसे लगी यह Best real horror short story Hindiआपको| आशा है आपको यह कहानी अच्छी लगी होगी|😋
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